अब आम निवेशकों के मन में यह सवाल उठना लाजिमी है की भारतीय शेयर मार्केट में आई यह तेजी आगे भी बरकरार रहेगी या सेंसेक्स निफ़्टी मैं जल्दी ही गिरावट देखने को मिलेगी ?
कहीं ऐसा तो नहीं की शेयर मार्केट में आई यह तेजी बनावटी तो नहीं ?
अगर बनावटी है तो शेयर बाजार मैं आई इस तेजी का गुब्बारा कब फ़ूटेगा?
अमेरिका सहित यूरोप के कई देशों में कोरोना महामारी का कहर फिर से टूट रहा है तथा यह देश इस महामारी से बुरी तरह त्रस्त है |अमेरिका में प्रतिदिन होने वाली कोरोना वायरस से होने वाली मौतों की संख्या लगभग 2000 तक पहुंच चुकी है, जोकि आम आदमी के मन में सिहरन पैदा करती है|
वही यूरोप के कई देश इटली ,फ्रांस, बेल्जियम ,ऑस्ट्रिया आदि में भी कोरोना वायरस का कहर फिर से लौट आया है तथा इन देशों में भी प्रतिदिन सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है |जिससे शेयर मार्केट का आम निवेशक हताश है |
यूरोप के कई देशों में पुनः लॉकडाउन लग गया है |जिससे उनकी अर्थव्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ने की आशंका है| अंतरराष्ट्रीय हालात में इसका गहरा असर होने की संभावना है |
दुनिया की सभी अर्थव्यवस्था है एक दूसरे से जुड़ी हुई है तथा यदि दुनिया के किसी भी बड़े देश में कोई भी विपत्ति आती है तो उसका असर पूरी दुनिया में देखा जाता है |
दुनिया के कई देशों में फिर से लगे लॉकडाउन के कारण दुनिया की अन्य अर्थव्यवस्थाओं पर भी इसका गहरा असर पढ़ने की संभावना है |
अगर हम भारत की बात करें तो यहां पर भी कई राज्यों में कोरोना महामारी की दूसरी लहर फिर से आ गई है |
भारत की राजधानी दिल्ली में कोरौना महामारी की आई दूसरी लहर से बुरा हाल हो चुका है|
अस्पताल कोरोना वायरस के पीड़ितों से भर चुके हैं |
इलाज के लिए मरीजों को बेड भी मिलने मुश्किल हो रहे हैं |हालात यहां तक बताए जाते हैं कि कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों को श्मशान घाट में में भी दाह संस्कार रात में भी किया जा रहा है क्योंकि नंबर आने में टाइम लगता है|
भारत के अन्य राज्य में भी कोरोना वायरस फिर से अपने पाव पसारने की कोशिश कर रहा है| वैसे भी भारत में ठंड शुरू हो चुकी है और कोराना वायरस फ़ैलने के लिए ठंड बहुत ही अनुकूल होती है |
भारत में कई राज्यों में कुछ जगहों पर लॉकडाउन पुनः लागू कर दिया गया है तथा कई शहरों में रात का कर्फ्यू भी लगा दिया गया है ताकि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके |
मगर इसका भारतीय शेयर बाजारों पर विपरीत असर पढ़ने की आशंका है तथा ऐसी संभावना है की इसके कारण राज्यों की अर्थव्यवस्था तथा देश की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ेगा| जिससे आम निवेशक हताश है |
यद्यपि भारत में कुछ समय से शेयर बाजार में काफी शानदार उछाल दिखाई दिया है तथा सेंसेक्स में निफ्टी मैं लिस्टेड अनेक कंपनियों के शेयर में अच्छी खासी तेज बढ़ोतरी देखी गई है |कई शेयर जो पूर्व में काफी निचले स्तर पर थे, वह अपने निचले स्तरों से 50 पर्सेंट से ऊपर तक बढ़ गये है|
बैंक निफ्टी में भी अच्छा उछाल देखा गया है| स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ,एक्सिस बैंक ,आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक ,बैंक ऑफ बड़ौदा ,फेडरल बैंक आदि के शेयरों में भी तेज वृद्धि देखी गई है और उन्होंने अपने निचले स्तरों से अच्छी रिकवरी की है |
भारत के शेयर बाजारों पर विदेशी संस्थागत निवेशकों का बढ़ता हुआ भरोसा
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भारत के शेयर बाजारों पर एफ़ पी आई का भरोसा बरकरार है तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय अर्थव्यवस्था में अपना बहुत ही मजबूत भरोसा प्रकट किया है | चालू वित्त वर्ष में दूसरी तिमाही जुलाई से सितंबर में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में 6.3 अरब डॉलर यानी लगभग 47,250 करोड़ रुपये का निवेश किया है |आंकड़ों के अनुसार सिर्फ़ मंगलवार को ₹4905 करोड़ का निवेश विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में किया है |बढ़ते निवेश से बाजार मूल्य के हिसाब से विदेशी संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़कर 21.4 प्रतिशत हो गई है पहले तो माही अप्रैल से जून में यह हिस्सेदारी 18.7% थी|
अमेरिका की स्थिति
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अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं | चुनाव में श्री जो बिडेन ने राष्ट्रपति श्री डोनाल्ड ट्रंप को हराकर विजय की पताका सेहरा दी है तथापि श्री डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में हुए इस राष्ट्रपति चुनाव में धांधली का इल्जाम लगाया है तथा श्री डोनाल्ड ट्रंप ने इस चुनाव की वैधता को अमेरिका के विभिन्न न्यायालयों में चुनौती दी है !फिर भी यह लगभग निश्चित है कि अमेरिका के अगले राष्ट्रपति श्री जो बिडेन ही होंगे तथा उपराष्ट्रपति श्रीमती कमला हिरेन होंगी जोकि भारतीय मूल की ही है! ऐसी संभावना है की श्री जो बिडेन के नेतृत्व में अमेरिका और भारत के रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे तथा यह नई ऊंचाइयों पर पहुंचेंगे .जिससे दुनिया के इन दो बड़े लोकतांत्रिक देशों का व्यापार ने शिखर को छूॆॆएगा |जिसके कारण भारतीय शेयर बाजारों में आगे भी तेजी दिखाई पढ़ सकती है|
वर्तमान हालात को देखते हुए ऐसी संभावना दिखाई पड़ सकती है की शेयर मार्केट के अब तक के उच्चतम स्तर को प्राप्त करने के बाद भारत में कई राज्यों में कई शहरों में लगे कोरोना वायरस के कारण रात्रि के कर्फ्यू के कारण शेयर बाजार के निवेशक कुछ मुनाफावसूली कर सकते हैं |जिसके कारण शेयर बाजार में हमें कुछ गिरावट देखने को मिल सकती है|
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