Share Market Funda:एक नये निवेशक को स्टॉक मार्केट में निवेश कैसे करना चाहिए | how to start a stock market business


आज हम बताएंगे की यदि किसी निवेशक के पास अतिरिक्त  पूंजी है और वह  इस पूंजी को  किसी ऐसी  जगह पर निवेश करना चाहता हो  जहां से उसे अच्छा रिटर्न हासिल हो, तो Stock Market उस निवेशक के सामने एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। आज हम अपनी साईट शेयर मार्केट फंडा के माध्यम से बताएंगे की  how to start a stock market business? 


बैंकों की घटते  ब्याज दरो से आम निवेशक हताश व परेशान है कि वह अपने  पूंजी व बचत को कहां पर निवेश करें, जिससे उसको अच्छा रिटर्न  मिल सके |शेयर मार्केट ऐसे निवेशकों को एक बेहतर विकल्प दिलाती है | मगर अक्सर आम निवेशक इस मार्केट में नुकसान खा जाते हैं क्योंकि उनके पास धैर्य व अनुभव की कमी होती है |  यहां पर यह जानना बहुत जरूरी है की निवेशक शेयर बाजार में निवेश कैसे करें तथा लिए गए शेयरों से लाभ कैसे कमाए।अगर निवेशक ने सही तरीके से सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट किया तो निवेशक अपने इन्वेस्ट की गई पूंजी से अच्छा  खासा रिटर्न ले पाएंगे | निवेशक को उसकी कल्पना से भी ज्यादा रिटर्न मिल सकता है बस निवेशक के अंदर धैर्य होना चाहिये !





how to start a stock market business | स्टॉक मार्केट का बिजनेस कैसे शुरू करें

 शेयर मार्केट में दो तरह से इन्वेस्टमेंट किए जाते हैं ।पहला तरीका होता है की किसी ब्रोकर के पास अपना डिमैट अकाउंट तथा ट्रेडिंग अकाउंट खोलकर स्टॉक मार्केट में अपने पैसे को विभिन्न स्टॉक्स में इन्वेस्ट करना।

और दूसरा तरीका होता है की किसी अच्छे म्यूचल फंड हाउस की किसी अच्छी स्कीम में अपने पैसे को उक्त स्कीम के फंड मैनेजर के माध्यम से निवेश करना । नए निवेशक के लिए यह तरीका सर्वोत्तम है| 


Invest in equity | इक्विटी में निवेश

कोई भी निवेशक अपना डिमैट अकाउंट तथा ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के बाद स्टॉक मार्केट में निवेश कर सकता है ।निवेशक को अपने अपने निवेश करने लायक पूंजी का एक हिस्सा इक्विटी में निवेश करना चाहिए। उसको अच्छी फ्रंटलाइन कंपनियों के शेयरों में निवेश करना चाहिए ।उसको ज्यादा निवेश ब्लू चिप कंपनियों में करना चाहिए, क्योंकि ब्लू चिप कंपनियों के शेयरों में नुकसान होने का डर थोड़ा कम होता है  व इनके शेयर strong shares माने जाते हैं।इसके अतिरिक्त उसको कुछ पेनी स्टॉक्स भी लेने चाहिए ।पेनी स्टॉक्स में रिस्क थोड़ा ज्यादा होता है मगर यह  रिटर्न काफी अच्छा दे देते हैं ।इसी तरह ही उसको अपने पोर्टफोलियो में कुछ मल्टीबैगर शेयर भी हमें  रखने चाहिए।

बांड में निवेश | Invest in Bond

स्टॉक मार्केट के निवेशक को अपने पोर्टफोलियो में कुछ  हिस्सा प्रतिभूतियों का भी रखना चाहिए । माना की इनमें रिटर्न इक्विटी से थोड़ा कम होता है, मगर यह सुरक्षित होती है तथा निवेशक का इसमें पैसे डूबने का रिस्क निम्न स्तर का होता है। जब किसी कंपनी को पूंजी की आवश्यकता होती है तो वह अपनी पूंजी की आवश्यकता पूरी करने के लिए कई बार Bond  भी जारी कर देती है। जिसमें कंपनी द्वारा निश्चित टाइम पर निश्चित ब्याज निवेशकों को दे जाने का वायदा किया जाता है। यह कंपनी द्वारा पूंजी जुटाने का एक आकर्षक विकल्प होता है। वही निवेशकों के लिए भी अपने पूंजी पर fix earning करने का सुनहरा अवसर भी होता है।





Invest in gold | सोने में निवेश


भारत के लोग परंपरागत रूप से गोल्ड में निवेश करने के इच्छुक तथा आदि रहे हैं। भारतीय लोगों को सोने में निवेश करना बहुत भाता है। आज भी भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोने का आयातक देश है। सोने में निवेश करना बहुत ही सुरक्षित माना जाता है।  निवेशक को अपने   पोर्टफोलियो में अपनी खून पसीना से कमाई हुई पूंजी का एक हिस्सा गोल्ड में भी इन्वेस्ट करना चाहिए। वर्तमान समय में निवेशक अपने डिमैट अकाउंट में भी गोल्ड यूनिट के आधार पर रख सकता है। इसका फायदा यह होता है कि घर में चोरी होने का डर नहीं होता और वह जब चाहे उसको तुरंत बेच सकता है।


mutual fund sahi hai


नये निवेशक के सामने सबसे बड़ा प्रश्न यह आता है की म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें?
 नए निवेशक के लिए स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने का सबसे सही तरीका म्यूच्यूअल फंड हाउस की किसी अच्छी स्कीम के माध्यम से अपने पैसे को स्टॉक मार्केट में निवेश करना होता है।इससे उसका  रिस्क काफी कम हो जाता है क्योंकि म्यूच्यूअल फंड scheme का फंड मैनेजर जोकि काफी अनुभव होता है उसकी पूंजी को विभिन्न स्टॉक्स में निवेश करता है।  फंड मैनेजर का कार्य निवेशकों को निवेश की हुई पूंजी पर अच्छा रिटर्न निवेशकों को दिलवाना तथा अपने फंड हाउस की तरक्की करवाना।

best mutual fund to invest | निवेश के लिए अच्छा म्युयूच्यूअल फंड


हमारे देश भारत में वर्तमान में बहुत सारे Mutual Fund House कार्य कर रहे हैं। कुछ प्रमुख म्यूच्यूअल फंड के नाम हम नीचे बता रहे हैं।

SBI mutual fund

Axis mutual fund

hdfc mutual fund

nippon india mutual fund

aaditya birla mutual fund

uti mutual fund

ICICI mutual fund  

Kotak Mahindra mutual fund

Quant mutual fund

Motilal Oswal mutual fund



Fund manager

हर म्यूच्यूअल फंड हाउस के पास अपना फंड मैनेजर होता है। फंड मैनेजर किसी भी फंड हाउस के लिए रीड की हड्डी की तरह होता है तथा इसका काम बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। यह शेयर मार्केट के सेंटीमेंट्स पर ध्यान रखता है तथा नीति निर्माताओं द्वारा की जा रही घोषणाओं पर भी ध्यान रखता है, यह निवेशकों द्वारा निवेश की गई पूंजी को विभिन्न जगह जैसे इक्विटी, कमोडिटी, गोल्ड, रिजल्ट, रियलिटी, बॉन्ड आदि में निवेश करता है । आम तौर पर फंड मैनेजर  जो कि फंड हाऊस की हर स्कीम के लिए अलग-अलग होता है ।फंड मैनेजर हर म्यूयुचुअल फंड  की रीड की हड्डी की तरह होता है । फंड मैनेजर काफी  अनुभवी व्यक्ति होता है तथा यह स्टॉक मार्केट की काफी अच्छी जानकारी रखता है। यह ग्लोबल दुनिया के ग्लोबल हालात व ग्लोबल मार्केट पर भी नजर रास्ता है ।यह मार्केट सेंटीमेंट पर भी ध्यान रखतााा है ।इसके अत्तिरिक्त यह ऑपरेटर्स   गतिविधियों पर भी अपनी नजरें गढ़ाई रखता है तथा स्टॉक मार्केेट में होने वाली ट्रेडर्स बिकवाली पर भी नजर रखता है ।
यह शेयर मार्केट के हर मूवमेंट पर अपनी नजर रखता है । अपने निवेशकों की हितों के लिए तथा बिजनेस बढ़ाने के लिए हर possible steps उठाता है। इसको विभिन्न stocks की share value व fair value  तथा intrinsic value  का ज्ञान होता है ।यह स्टॉक मार्केट के टॉप पर जाने पर मुनाफा बुक भी कर लेता है तथा शेयर मार्केट के बाटम की तरफ जाने पर खरीदारी भी करता है । विभिन्न कंपनियों  की वैल्यूएशन का ज्ञान रखता है । बाजार पूंजीकरण  फ्लो का ध्यान रखता है। इक्विटी स्टॉक्स में fund manager ब्लू चिप  स्टॉक्स को खरीदने में प्रमुखता देते हैं व मल्टीबैगर शेयर  को ज्यादा पसंद करते हैं तथा कुछ पेनी स्टॉक्स की भी खरीदारी करते हैं। ओवराल इनका नजरिया अपने निवेशकों को फायदा कराना ही होता है।


Different schemes of mutual fund | म्यूचुअल फंड की अलग-अलग तरह की स्कीम्स


हम अपने ब्लॉग how to invest in share market in hindi के माध्यम से बताना चाहते हैं की  म्युचुअल फंड कई तरह के होते हैं ।कुछ Mutual Fund कि कुछ scheem आपको Income tax से भी राहत दिलाती हैं। म्यूच्यूअल फंड की कुछ स्कीम Small cap कैटेगरी के शेयरों में अपना पैसा इन्वेस्ट करते हैं वही Mid cap स्कीम मिडकैप शेयरों में निवेशक का पैसा invest करते हैं ।बैंकिंग एंड फाइनेंस सेक्टर की स्कीम विभिन्न बैंक के shares तथा एनबीएफसी कंपनियों में निवेश करते हैं ।वहीं कुछ scheems फार्मा सेक्टर  भी है ।जोकि फार्मा कंपनियों में निवेश करते हैं ।विश्व में  फैली करोना महामारी के कारण फार्मा कंपनियों में कारोबार में जबरदस्त वृद्धि हुई है, उन्होंने पिछले 1 वर्ष में काफी अच्छा पैसा कमाया है।  इस स्कीम के निवेशकों ने बेहतरीन रिटर्न हासिल किया है। नीचे हम कुछ म्यूचुअल फंड हाउस के कुछ प्रमुख स्कीम्स के बारे में बता रहे हैं।


Tecnology Fund | टेक्नोलॉजी फंड

 वही एक अन्य प्रमुख fund scheme  आईटी सेक्टर की है ।वर्तमान में वर्क फ्रॉम होम का कल्चर काफी तेजी से बढ़ रहा है तथा Digital India प्रोग्राम काफी तेजी से चल रहा है ।वर्तमान टाइम Digital marketing तथा Digital work का है । जो भी कंपनियां डिजिटल मार्केटिंग का सहारा ले रही हैं उनके कारोबार में दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की हो रही है डिजिटल मार्केटिंग से कंपनी के खर्चों में भी कमी आती है।



 Banking and financial fund | बैंकिंग एंड फाइनेंसियल फंड
 कुछ म्यूच्यूअल फंड बैंकिंग सेक्टर में ही  इन्वेस्ट करते हैं| इस म्यूच्यूअल फंड के फंड मैनेजर विभिन्न बैंकों के शेयरों में इन्वेस्ट करते हैं जैसे एस बी आई ,पी एन बी ,यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ,फेडरल बैंक, एचडीएफसी बैंक ,आई सी आई सी आई बैंक ,एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा  बैंक आदि  इनके निवेश  करने के पसंदीदा बैंक होते हैं |



Small Cap Fund | स्माल कैप फंड

अगर आप  म्यूच्यूअल फंड द्वारा  स्माल कैप म्युचुअल फ़न्ड  में निवेश करते हैं | यह फंड छोटी छोटी कंपनियों में निवेश करते हैं |म्यूचल फंड का मैनेजर फंड मैनेजर यह तय करता है की कौन सी कंपनी में और कितना निवेश करना है | स्माल कैप कैटेगरी में रिस्क बहुत ज्यादा होता है | इन कंपनियों के शेयर बहुत तेजी से नीचे गिरते हैं और उतरे ही तेजी से ऊपर भी जाते हैं | अगर निवेशक  रिस्क लेने की   सामर्थ्य रखते हैं तो यह कैटेगरी सबसे अच्छी है, मगर इसमें निवेशक को धैर्य के साथ पर्याप्त समय देने की भी आवश्यकता होती है|


Large Cap Fund | लार्ज कैप फंड

 एक  अन्य म्यूचल फंड की कैटेगरी लार्ज कैप फंड होता है | इसमें सेंसेक्स वे निफ़्टी की टॉप फिफ्टी कंपनियों  के शेयरों में निवेश किया जाता है |लार्ज कैप फंड का मैनेजर यह डिसाइड करता है कि  कितना पैसा ,कितने पर्सेंट, किस कंपनी में और किस वक्त इन्वेस्ट  करना है |लार्ज कैप फंड सबसे सुरक्षित म्यूच्यूअल फंड माना जाता है क्योंकि यह फंड देश की सबसे बड़ी व प्रतिष्ठित कंपनियों में निवेश करता है | 



Pharma Fund | फार्मा फंड

एक अन्य फंड जोकि अभी हाल फिलहाल में काफी प्रसिद्ध हुआ है वह है फार्मा म्यूच्यूअल फंड | यह फंड पूर्ण रूप से दवाइयों की कंपनियों में इन्वेस्ट करता है जैसे सिपला, केडिला, रैनबेक्सी आदि | कोराना  वायरस से  फैली महामारी से भारत सहित पूरी दुनिया में दवाइयों की डिमांड काफी तेजी से  बड़ी  है | जिसका भरपूर फायदा भारतीय कंपनियों ने उठाया है | और फार्मा  म्यूचल फंड में निवेशकों को अच्छा खासा रिटर्न मिला है और आगे भी मिलने की संभावना है |


Multi Cap Fund | मल्टी कैप फंड

एक अन्य फंड जोकि बहुत प्रसिद्ध है वह है मल्टी कैप फंड, इस फंड में नुकसान की संभावना काफी कम होती है तथा इस फंड का मैनेजर निवेशकों की पूंजी को विभिन्न सेक्टरों की विभिन्न कंपनियों में थोड़ा-थोड़ा इन्वेस्ट कर देता है |इस फंड में निवेशकों को रिटर्न बैंक से बहुत ज्यादा मगर अन्य फंडों के मुकाबले थोड़ा कम मिलता है ,मगर इसका निवेश ज्यादा सुरक्षित होता है | अगर आप नये निवेशक हैं और रिस्क लेने से भी डरते हैं तो यह फंड आपके लिए सर्वोत्तम हो सकता है|


 how to earn money from share market in hindi | शेयरों से लाभ कैसे कमायें



हमने अपनी। साईट Share Market Funda के माध्यम से पूर्व में भी कई पोस्टों में बताया है की शेयर मार्केट में निवेश  कैसे करें। स्टॉक मार्केट के नए निवेशकों को सीधा ही शेयर मार्केट में अपना खून पसीने की पूंजी लगाने की बजाय म्यूच्यूअल फंड हाउस की किसी अच्छी scheme द्वारा अपना पैसा निवेश  करना चाहिए। लेकिन फिर भी अगर निवेशक अपनी पूंजी  सीधे ही शेयर मार्केट में निवेश  करना चाहते हैं तो सबसे पहले निवेशक को  किसी कंपनी या बैंक में डिमैट अकाउंट खुलवाना पड़ेगा | कई कंपनियां  डीमेट account खुलवाने का काम करती  हैं तथा कई बैंक भी यह काम करते हैं  |निवेशक  स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ,पंजाब नेशनल बैंक ,आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक में भी अपना डिमैट अकाउंट  खुलवा सकते हैं | डिमैट अकाउंट खोलने के बाद आप कभी भी अपनी पूंजी व बचत को एकदम ही शेयर मार्केट में निवेश  ना करें | अपितु सेंसेक्स और निफ्टी की टॉप फिफ्टी कंपनियों में अपनी  पूंजी का  25% ही इन्वेस्ट करें और शेयर मार्केट में गिरावट का इंतजार करें ,जब शेयर मार्केट में सेंसेक्स और निफ्टी में 25% गिरावट हो जाए तो निवेशक  फिर से   अपने पूंजी का 25% टॉप कंपनियों में ही निवेश  करें ,फिर से निवेशक को शेयर मार्केट के गिरने का इंतजार करना चाहिए। जब मार्केट फिर से 25% गिर जाए तो निवेशक को फिर से 25% शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कर देना चाहिए ,फिर से निवेशक को इंतजार करना चाहिए जब मार्केट पुनः  25% गिर जाए तो निवेशक को बाकी अपनी पूंजी का बचा हुआ 25% इन्वेस्ट कर देना चाहिए |ध्यान देने वाली बात यह है कि निवेशक को पैसा कमाने के लिए और अच्छा रिटर्न हासिल करने के लिए धैर्य रखना बहुत जरूरी होता है |सभी समझदार निवेशक अच्छा रिटर्न प्राप्त करने के लिए व अपने धन को सुरक्षित रखने के लिए व कम से कम जोखिम उठाते हुए  सेंसेक्स व निफ़्टी की  टॉप hundred company के   शेयरों  मैं ही निवेश करें | इससे निवेशक को जोखिम कम से कम वह रिटर्न ज्यादा से ज्यादा हासिल हो सकता है | जिस निवेशक के पास जितना ज्यादा धैर्य वह समय होगा वही निवेशक शेयर मार्केट से ज्यादा कमा सकता है | किसी भी  शेयर में निवेश करने से पहले हर निवेशक को कंपनी के बारे में  रिसर्च करनी चाहिए व अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से सलाह  लेनी चाहिए,  केवल दूसरों की देखा देखी या गूगल फेसबुक पर किसी अन्य की जिसमें हम भी शामिल है की पोस्ट देख कर ही निवेश नहीं करना चाहिए | निवेश का मामला निहायत ही जोखिम भरा हो सकता है | शेयर मार्केट खुद भी  जोखिम से भरपूर होता है | कई बार  मार्केट राकेट की तरह ही ऊपर जाता है वह कई बार धड़ाम से नीचे भी गिर जाता है | जिस निवेशक में  जोखिम उठाने की क्षमता हो उसे ही शेयर मार्केट में आना चाहिए अन्यथा कम जोखिम को उठाते हुए समझदार निवेशक को  किसी अच्छी mutual fund house की किसी अच्छी  स्कीम में अपनी पूंजी को निवेश  करना चाहिए ! अच्छे  म्यूचल फंड हाउस व उनकी कुछ अच्छी स्कीम के बारे में हम संडे को विस्तार से एक पोस्ट लिखेंगे|


आई पी ओ (I P O)  

बाजार के निवेशकों के लिए शेयर बाजार में निवेश का एक अन्य माध्यम आई पी ओ के द्वारा विभिन्न कंपनियों के शेयरों में निवेश करना होता है । विभिन्न कंपनियां समय-समय पर पूंजी जुटाने के लिए अपनी कंपनी का आई पी ओ जारी करते हैं । यह निवेशकों के लिए एक पैसा कमाने का तथा कंपनी के शेयरों में निवेश करने का उचित माध्यम होता है । कंपनी अपने वैल्यू के हिसाब से ही शेयरों के मूल्य का मूल्यांकन करती है तथा उसी हिसाब से ही अपने शेयरों का रेट निर्धारित करती है। आमतौर पर आई पी ओ के माध्यम से कम से कम एक Lot जोकि लगभग ₹15000 का होता है ,साधारण निवेशक इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं । पिछले मार्च के महीने में कई कंपनियों के आईपीओ हमें शेयर बाजार में आते ही हुए दिखाई दिए। कई कंपनियों के आई पी ओ जैसे लक्ष्मी ऑर्गेनिक, नजारा टेक्नोलॉजी आदि के जिसको अलॉटमेंट हुआ। उन निवेशकों को काफी अच्छा फायदा होता हुआ दिखाई दिया। इसके विपरीत कल्याण ज्वेलर्स आदि कुछ आईपीओ में निवेशकों को कुछ नुकसान भी उठाना पड़ा।

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