कोरोना कॉल में शेयर बाजार की डगर पर संभल कर चलने की जरूरत | corona kal mein share bajar ki dagar per sambhal kar chalne ki jarurat
Overall हम स्टॉक मार्केट की बात कर रहे थे। आज के समय में ग्लोबल हालात एवं देश के हालात अच्छे नहीं है ।देश में कोरौना महामारी की दूसरी लहर प्रचंड रूप से आ चुकी है तथा लोग त्राहिमाम कर रहे हैं ।आज ही इंडिया में 4,15,000 से ज्यादा करोना पीड़ित नये केस सामने आए हैं। ऐसे माहौल में शेयर मार्केट के निवेशकों के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है की शेयर बाजार में निवेश कैसे करें तथा शेयरों से लाभ कैसे कमाये ।
देश में ऑक्सीजन की काफी कमी दिखाई दे रही है ।इसके साथ ही इस महामारी में फायदेमंद रेमदेसीविर इंजेक्शन की कमी दिखाइ पढ़ रही है । कई फार्मा कंपनी कोरोना वैक्सीन तथा रेमदेसीविर इंजेक्शन का प्रोडक्शन बढ़ा रही है, फिर भी वह नाकाफी सिद्ध हो रहा है । देश में कुछ अराजक तत्व तथा कालाबाजारिये ऑक्सीजन तथा रेमदेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी भी करने में लगे हैं। जिसके कारण स्थिति और भी ज्यादा विकट हो गई है।
विदेशी राष्ट्रों द्वारा भारत में भेजी गई चिकित्सा संबंधी सहायता।
विदेशों के द्वारा भी जिनमें संयुक्त राज्य अमेरिका ,रूस ,इंग्लैंड ,फ्रांस ,जर्मनी ,बेल्जियम ,इजराइल ,संयुक्त अरब अमीरात ,सऊदी अरब आदि देशों ने भी अपने सहायता भेजी गई है तथा ऑक्सीजन कंटेनर ,मेडिसिंस ,मास्क तथा अन्य मेडिकल उपकरण सहायता के रूप में भेजे हैं ।मगर यह सब ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहे हैं ।इंडिया की आबादी लगभग 135 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। महामारी के सामने तमाम चिकित्सा सुविधाएं बोनी साबित हो रही है।
राष्ट्र के कई राज्यों में लगा लॉकडाउन, कर्फ्यू। महामारी के रोकथाम हेतु हो रहा वैक्सीनेशन।
देश के कई राज्यों में जैसे महाराष्ट्र ,राजस्थान, गुजरात ,उत्तर प्रदेश ,हरियाणा ,पंजाब, उत्तराखंड आदि मैं लॉकडाउन कर्फ्यू आदि लागू किया गया है , जिससे करोना वायरस का प्रभाव कम किया जा सके तथा इसके प्रसार पर भी रोक लग सके ।इसके अतिरिक्त देश में कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है।
निवेशक Long term नजरिए से स्टॉक मार्केट में आए।
इस सब का प्रभाव देश के स्टॉक मार्केट पर पढ़ना तय है ।देश के शेयर मार्केट में अब तक लगभग पांच परसेंट की गिरावट आ चुकी है ।वर्तमान हालात को देखते हुए शेयर मार्केट में गिरावट बढ़ सकती हैं वर्तमान में हर निवेशक को अपने एसेंट बचाने के लिए हर पॉसिबल स्टेप उठाने चाहिए। अगर उसको अपने लिए गए किसी शेयर में प्रॉफिट हो रहा हो तो मुनाफा बुक करने में ही समझदारी है। निवेशक को हमेशा लॉन्ग टर्म नजरिए से ही शेयर मार्केट में आना चाहिए।
देश की अर्थव्यवस्था जी डी पी के हाल
देश में वित्तीय वर्ष 2020 -21 में कोरोना महामारी के कारण लगे लाक डाउन तथा विश्वव्यापी मंदी से जीडीपी में गिरावट दर्ज की गई थी ।हालांकि फिर भी इंडिया दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले में काफी अच्छी स्थिति में था। उम्मीद थी कि इस फाइनेंस ईयर 2021- 22 में देश की अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेज गति से बढ़ती हुई दिखाई देगी और हमें जीडीपी में एक ऊपरी स्तरों का ब्रेकआउट होता हुआ दिखाई पड़ेगा । देश की अर्थव्यवस्था राकेट की तरह ऊपर जाएगी। मगर वर्तमान में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण तमाम समीकरण बदल गए तथा सारे अनुमान धरे के धरे रह गए। अब अब विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं कह रही है की इतनी व्यापक महामारी के बावजूद देश की जीडीपी में 12 परसेंट से अधिक तरक्की देखने को मिल सकती है ।
Share Market In Hindi
How to Invest in Share Market In Hindi / Share Market In Hindi के माध्यम से हम अक्सर अपने पाठकों से अपने विचार सांझा करते रहते हैं। Stock market के इन्वेस्टर्स को वर्तमान समय में बहुत ही ज्यादा सावधानी रहने की जरूरत है । उनको share market news को फॉलो करना अति आवश्यक है ,उनको अपने लिए गए स्टॉक पर स्टॉपलॉस लगाना जरूरी है तथा मार्केट की हर मूवमेंट पर नजर रखना अति आवश्यक है ।
उनको अपनी पूंजी को बचाने के लिए हर पॉसिबल स्टेप उठाना चाहिए । निवेशक को कंपनी के शेयर की शेयर वैल्यू व फेयर वैल्यू का पता होना चाहिए। निवेशकों को मार्केट में होने वाले ट्रेडर्स बिकवाली का भी ध्यान रखना चाहिए ,उनको स्टॉक मार्केट के ऑपरेटर्स द्वारा अपनाई जा रही रणनीतियों पर भी अपने पैनी निगाह रखनी चाहिए। निवेशकों को मल्टीबैगर शेयर खरीदनी चाहिए ,उनको ब्लू चिप कंपनियों के strong shares अधिक मात्रा में खरीदने चाहिए ,कुछ पेनी स्टॉक्स भी लेने चाहिए ,उनको मार्केट Sentiments पर विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए। उनको लिए गए शेयर्स का फंडामेंटल एनालिसिस तथा टेक्निकल एनालिसिस करना चाहिए ,उनको डे ट्रेडिंग से बचते हुए long term investment के नजरिए के साथ शेयर बाजार में आना चाहिए। शेयर मार्केट के निवेशकों को स्टॉक मार्केट के एक्सपर्ट्स की ओपिनियन लेनी चाहिए व अपनी रिसर्च भी करते रहना चाहिए। उसको फ्रंटलाइन कंपनियां के ज्यादा शेयर लेने चाहिए। Stock market मैं आने वाले new investors को स्टॉक को खरीदने से पहले उसका टेक्निकल एनालिसिस तथा फंडामेंटल एनालिसिस करना चाहिए। उसको लिए जाने वाले स्टॉक की कंपनी के बारे में पूरी जानकारी जैसे उसके प्रमोटर, उस कंपनी का टर्नओवर ,उस कंपनी द्वारा किए जा रहे कारोबार ,उसको प्रॉफिट, कंपनी द्वारा प्रति शेयर की जाने वाली अर्निंग और कंपनी द्वारा उस पर दिया जाने वाला डिविडेंड, बोनस ,शेयर आदि की पूरी जानकारी होनी चाहिए ।उसको शेयर की इंट्रिसिक वैल्यू का भी पता होना चाहिए ।उसको कंपनी के चार्ट पेटर्न्स पर भी निगाह रखनी चाहिए ,उसको सेंसेक्स और निफ्टी में कंपनी के शेयर में हो रही ट्रेडिंग की वॉल्यूम को भी देखना चाहिए तथा कंपनी की बैलेंस शीट का भी पता होना चाहिए। overall इन कदमों पर चलकर वह एक सफल निवेशक बन सकता है।
Mutual funds Tips
Stock market के नए निवेशक को शेयर मार्केट की ज्यादा जानकारी नहीं होती है ।अक्सर वह शेयर मार्केट की ग्लैमर की चकाचौंध में आ जाता है तथा अपने हाथ जला बैठता है । नए निवेशक को जोश कुछ ज्यादा ही होता है और कई बार कुछ निवेशक जोश में होश खो बैठते हैं । निवेशक को यह पता होना चाहिए की शेयर मार्केट काम कैसे करता है?
जल्दी बाजी में तथा अनुभव की कमी के कारण शेयर मार्केट के नए निवेशक अपने हाथ शेयर बाजार में जला बैठते हैं। इन सब से बचने के लिए नए निवेशक को सीधा शेयर बाजार मैं शेयर खरीदने की बजाय अपनी पूंजी को किसी अच्छे म्यूचल फंड हाउस की किसी अच्छी स्कीम के माध्यम से स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करना चाहिए । शेयर बाजार के नए निवेशक के लिए mutual fund sahi hai . Share bazaar के निवेशक को यह जानना अति आवश्यक है की म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें। हर म्युचुअल फंड हाउस के पास अलग-अलग स्कीम के लिए अलग-अलग फंड मैनेजर होता है जोकि काफी अनुभवी होता है ।वह निवेशकों के पैसों को बहुत ही सावधानीपूर्वक अच्छे स्टॉक्स ,डेट ,बॉन्ड ,इक्विटी स्टॉक्स आदि में निवेश करता है तथा पूरा प्रयास करता है की वह अपने फंड हाउस के निवेशकों को अच्छा रिटर्न कमाकर दे सके ।
इसकी एवज में म्यूचल फंड हाउस अपने निवेशको से कुछ चार्ज भी वसूलते हैं जोकि फंड हाउस की हर स्कीम के लिए अलग-अलग होता है ।हमारे देश में बहुत सारे म्यूच्यूअल फंड हाउस कारोबार कर रहे हैं ,जिसमें प्रमुख हैं एसबीआई म्यूचल फंड हाउस ,एचडीएफसी आईसीआईसीआई ,केनरा रोबेको ,बड़ौदा पायनियर ,आदित्य बिरला ग्रुप ,टाटा म्युचुअल फंड हाउस ,क्वांट म्युचुअल फंड ,Nippon mutual fund house आदि प्रमुख फंड हाउस है ।देश का सबसे बड़ा म्यूच्यूअल फंड हाउस भारत के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का एसबीआई म्युचुअल फंड है।
विदेशी इक्विटी व् विदेशी फण्ड में निवेश
हम Share Market के निवेशकों को बताना चाहेंगे की वह अपनी पूंजी का कुछ हिस्सा इंटरनेशनल फंड मैं भी इन्वेस्ट कर सकते हैं ।यह इंटरनेशनल फंड कई भारतीय म्यूच्यूअल फंड कंपनियों के पास उपलब्ध हैं ।वर्तमान में लगभग 50 इंटरनेशनल फंड हमारे देश के म्यूच्यूअल फण्ड हाउस के पास उपलब्ध है ।निवेशकों को अपने चॉयस इंटरनेशनल फंड पर भी लगानी चाहिए ।यह विदेशी स्टॉक में इन्वेस्ट करते हैं जिनसे काफी अच्छा रिटर्न प्राप्त होता है ।इंटरनेशनल डायवर्सिफिकेशन का फायदा मिलता है, रुपए के अवमूल्यन से एक्सचेंज रेट का भी फायदा मिलता है, जिससे निवेशको को ज्यादा फायदा मिलता है ।विदेशी इक्विटी निवेश से निवेशकों को एप्पल, टेस्ला ,फेसबुक, अमेजॉन, अल्फाबेट ,अलिबाबा, नेटफ्लिक्स ,गूगल, पेप्सीको, कोका कोला आदि प्रमुख इंटरनेशनल कंपनियो में अपना पैसा निवेश करने का अवसर मिलता है । इसके अलावा उनको s&p 500 नैस्डेक -100 पर आधारित म्यूचल फंड स्कीम मैं भी अपना कुछ पैसा इन्वेस्ट करना चाहिए जिससे निवेशको को अपने निवेश पर अच्छा रिटर्न हासिल होता है ।
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