शराब उद्योग, शिक्षा उद्योग, कृषि उद्योग और रियल सेक्टर उद्योग की हो गई बल्ले बल्ले | alcohol sector, education sector, agriculture sector and real state sector ki ho gai balle balle

भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में आई कोरोना महामारी के संकट से निजात पाकर अपने नए लक्ष्यों की तरफ ऊंची उड़ान भरने के लिए तेजी से अग्रसर है। इसका प्रमाण वित्तीय वर्ष 2022-23 की जून सितंबर माह तिमाही के कंपनियों के आ रहे नतीजों से स्पष्ट नजर आ रहे हैं।

हैंडसम शेयर बाजार भारत में कंपनियों के जून सितंबर माह तिमाही के नतीजों को देखकर यह बता चलता है की देश में शिक्षा उद्योग, रियल स्टेट उद्योग, शराब उद्योग और कृषि उद्योग में जबरदस्त सुधार हुआ है, और मांग बढ़ने से तथा उत्पादन बढ़ने से कृषि सेक्टर की कंपनियों को जबरदस्त मुनाफा हुआ है।  इंडियन शेयर मार्केट में सेंसेक्स और निफ्टी शेयर बाजार में कारोबार के दौरान भी इस सेक्टर की कंपनियों के स्टॉक्स में तेजी दर्ज की जा रही है।


दूसरी तिमाही में कंपनियों के नतीजों के अनुसार कृषि उद्योग, शिक्षा उद्योग, शराब उद्योग और रियल एस्टेट सेक्टर को जबरदस्त मुनाफा | Indian economy mein agriculture sector, education sector, real state sector mein, Alcohol sector mein jabardasti  teji



भारतीय अर्थव्यवस्था | Indian economy दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। वर्तमान में इंडियन इकोनामी इंग्लैंड को पीछे छोड़ कर विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। ऐसी उम्मीद की जाती है की वित्तीय वर्ष 2022, 23 में भारत की जीडीपी बढ़ने की गति विश्व में सर्वाधिक होगी और यह लगभग 7.5% बढ़ेगी। विश्व के तमाम विशेषज्ञों और अर्थशास्त्रियों का यह मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था सन 2028 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी। वर्तमान वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही यानी जून सितंबर तिमाही में बहुत सी कंपनियों ने शानदार नतीजे दिए हैं। इन कंपनियों के तिमाही नतीजे को देखकर यह पता चलता है कि भारत में कृषि उद्योग, शिक्षा उद्योग, शराब उद्योग, रियल एस्टेट उद्योग में जबरदस्त सुधार हुआ है और तेज मांग और अच्छा प्रोडक्शन होने से इन कंपनियों की बिक्री और मुनाफे में भी अच्छी बढ़ोतरी हुई है, जोकि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए काफी सुखद है।


कंपनियों के मुनाफे में हुई जबरदस्त बढ़ोतरी


भारत में वित्तीय वर्ष 2022, 23 की जून तिमाही में कंपनियों के नतीजों का अवलोकन करने से पता चला है की इस तिमाही में रियल एस्टेट कंपनियों का प्रॉफिट 429 पॉइंट 2 परसेंट बड़ा है। वहीं पर शिक्षा और शिक्षा से संबंधित ट्रेनिंग देने वाली कंपनियां मुनाफा कमाने में दूसरे स्थान पर रही हैं। जुलाई सितंबर तिमाही में इन कंपनियों का मुनाफा 1 साल पहले के मुनाफे की तुलना में 182 पॉइंट 4 पर सेंट बड़ा है। वहीं पर भारत के प्रसिद्ध बैंक ऑफ बड़ौदा की एक रिपोर्ट के अनुसार इस तिमाही में कृषि उद्योग से जुड़ी कंपनियों का प्रॉफिट 97 परसेंट बड़ा, जबकि शराब जुड़ी हुई विभिन्न कंपनियों ने 74.4% अधिक प्रॉफिट कमाया। वहीं पर स्वास्थ्य से संबंधित कंपनियों का मुनाफा 41% बड़ गया और इंफ्रा कंपनियों का लाभ 45 पॉइंट 8 परसेंट बढ़ गया। वहीं दूसरी ओर कंज्यूमर ड्यूरेबल के प्रॉफिट में भी अच्छा उछाल दर्ज किया गया और इसमें 99.9% की अच्छी तेजी दिखाई दी।


हॉस्पिटैलिटी उद्योगों को हुआ नुकसान  | Hospitality sector ko hua nuksan

भारत में कोरोना महामारी के ऊपर लगभग कंट्रोल कर लिया गया है और स्थितियां वर्तमान में नियंत्रण में है। लोगों की इम्यूनिटी पावर पहले से बढ़ गई है। इन सब का असर हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में काम करने वाले उद्योगों पर दिखाई देता है और इन कंपनियों के मुनाफे में इस तिमाही में 254 पर्सेंट की तेज गिरावट देखी गई। वहीं विश्व मेंकच्चे तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की जा रही है। जिसका असर भारत में कच्चे तेल वाली कंपनियों के मुनाफे में आई कमी में देखा जा रहा है। कच्चे तेल वाले कंपनियों के मुनाफे में भी 56 परसेंट की तेज गिरावट दर्ज की गई। वहीं पर कंस्ट्रक्शन सामग्री बनाने वाली कंपनिओं को भी भी 74.4% का घाटा उठाना पड़ा। इस तिमाही में टेक्सटाइल उद्योग के प्रॉफिट में भी 53 पॉइंट चार परसेंट की तेज गिरावट दर्ज की गई।


गेमिंग उद्योग में बेरोजगारों को अप्रैल तक 1,00,000 रोजगार मिलने की संभावना

भारत में गेमिंग उद्योग भी फल फूल रहा है और ऐसी उम्मीद की जा रही है की डियर बाजार में  गेम उद्योग में 25 परसेंट की बढ़ोतरी हो सकती है। एक्सपर्ट का कहना है कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में गेमिंग उद्योग में 1,00,000 नए रोजगार के अवसर पैदा हो सकते हैं। इसमें प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष दोनों ही तरह के रोजगार शामिल है।

 वही लंबे नजरिए से ऐसी संभावना है की वर्ष 2026 तक गेमिंग उद्योग में ढाई लाख नई रोजगार सर्जित होंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में भारत में गेमिंग उद्योग लगभग 50,000 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार देता है, दिए जाने वाले इस रोजगार में लगभग 30 परसेंट प्रोग्रामर और डेवलपर्स शामिल है।

भारत गेमिंग उधोग का विश्व में दूसरा सबसे बड़ा बाजार बना 

 भारत गेमिंग उद्योग का विश्व में दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। ऐसी उम्मीद है कि वर्ष 2026 तक गेमिंग उद्योग में अच्छी बढ़ोतरी होगी और यह बाजार और 30,097 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है। याद रहे कि विश्व में चीन इस उद्योग में नंबर वन पर आता है तथा भारत उद्योग में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। अगर राजस्व प्राप्ति के हिसाब से देखा जाए तो भारत विश्व का छटा सबसे बड़ा बाजार है। वैश्विक स्तर पर 17 पॉइंट 25 लाख करोड़ रुपए का है। देश में एफडीआई भी गेमिंग उद्योग में बढ़ रही है तथा संभावना है की वर्तमान वित्तीय वर्ष में देश गेमिंग उद्योग 780 करोड रुपए का एसबीआई जुटा सकता है।




                                                             (Translate in English )


Liquor industry, education industry, agriculture industry and real sector industry have become bat bat bat | alcohol sector, education sector, agriculture sector and real state sector ki ho gai balle balle.

The Indian economy is moving fast to fly high towards its new goals after getting rid of the crisis of Corona epidemic in the world. The proof of this is clearly visible from the coming results of the companies for the June-September quarter of the financial year 2022-23. 

Looking at the results of the June-September quarter of the companies in India, it is known that there has been a tremendous improvement in the education industry, real estate industry, liquor industry and agriculture industry in the country and due to increase in demand and increase in production, companies in the agriculture sector have gained tremendously. There is profit. In the Indian stock market, even during the trading in the Sensex stock market, the stocks of the companies of this sector are registering a boom.




According to the results of the companies in the second quarter, the agriculture industry, education industry, liquor industry and real estate sector got huge profits. Indian economy mein agriculture sector, education sector, real state sector mein, Alcohol sector mein jabardasti teji


Indian Economy | Indian economyIt is the fastest growing economy of the world. At present, the Indian economy has become the fifth largest economy in the world leaving behind England. It is expected that the pace of India's GDP growth in the financial year 2022, 23 will be the highest in the world and it will grow by about 7.5%. All the experts and economists of the world believe that the Indian economy will become the third largest economy in the world by 2028. In the second quarter of the current financial year i.e. June-September quarter, many companies have given excellent results. Looking at the quarterly results of these companies, it is known that there has been tremendous improvement in the agriculture industry, education industry, liquor industry, real estate industry in India and due to strong demand and good production, the sales and profits of these companies have also increased. Which is very good for the Indian economy.


Tremendous increase in profits of companies

Observing the results of companies in the June quarter of the financial year 2022, 23 in India, it has been found that the profit of real estate companies in this quarter is 429 point 2 percent bigger. On the other hand, the companies providing training related to education and education have been second in earning profits. The profit of these companies in the July September quarter is bigger at 182 point 4 cents as compared to the profit of 1 year ago. On the other hand, according to a report of India's famous Bank of Baroda, the profit of companies related to agriculture industry increased by 97% in this quarter, while various companies related to alcohol earned 74.4% more profit. On the other hand, the profit of health related companies increased by 41% and the profit of infra companies increased by 45 point 8%. On the other hand, the profit of consumer durables also registered a good jump and showed a good growth of 99.9%.




Losses to hospitality industries | The loss to the hospitality sector

The Corona epidemic in India has almost been controlled and the situation is currently under control. The immunity power of the people has already increased. The effect of all this is visible on the industries working in the hospitality sector and the profits of these companies saw a sharp decline of 254% in this quarter. At the same time, a decline in the prices of crude oil is being registered in the world. The effect of which is being seen in the reduction in the profits of crude oil companies in India. A sharp decline of 56 per cent was also recorded in the profits of crude oil companies. On the other hand, the construction material manufacturing companies also suffered a loss of 74.4%. In this quarter, a sharp decline of 53 point four percent was registered in the profit of the textile industry.



Unemployed in gaming industry likely to get 100,000 jobs by April

The gaming industry is also flourishing in India and it is expected that the gaming industry can grow by 25%. Experts say that 1,00,000 new job opportunities can be created in the gaming industry in the current financial year. This includes both direct and indirect employment. 

In the same long view, there is a possibility that by the year 2026, two and a half million new jobs will be created in the gaming industry. According to a report, currently the gaming industry in India directly employs around 50,000 people, with programmers and developers comprising around 30 per cent of this employment. India is the second largest market for the gaming industry in the world. It is expected that by the year 2026, there will be a good growth in the gaming industry and this market will increase by 30, 097 crore can reach Rs. Remember that in the world China comes at number one in this industry and India has reached number two in the industry. India is the sixth largest market in the world if it is seen in terms of revenue. At the global level, 17 point is 25 lakh crore rupees. FDI in the country is also increasing in the gaming industry and there is a possibility that in the current financial year, the country's gaming industry can raise an SBI of Rs 780 crore.

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