सेंसेक्स मार्केट शेयर बाजार में तेजी का जलवा | sensex market share bajar mein teji ka jalva
कल वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच इंडियन शेयर मार्केट | Share Market India में भी भारी तेजी देखी गई। शेयर मार्केट इंडिया | भारतीय शेयर बाज़ार में कारोबार के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी, वित्तीय शेयर और धातु के शेयरों में भारी तेजी दिखाई दी। कल भारतीय शेयर बाजार में सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिवस शुक्रवार को सेंसेक्स 1181 अंक चढ़कर अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ। वही दूसरी तरफ निफ्टी में भी लगभग 2% की तेजी दर्ज की गई। वही सेंसेक्स मार्केट शेयर बाजार में आई इस जबरदस्त तेजी के बारे में एक्सपर्ट का कहना है की अमेरिका में महंगाई के आंकड़े उम्मीद से कम रहने के कारण बाजार की तेजी को बल मिला, इसके अतिरिक्त रुपए में भी डॉलर के मुकाबले में मजबूती आई है और विदेशी पूंजी के अच्छे प्रवाह से बाजार की धारणा और मजबूत हुई है।
शेयर बाजार की ताजा खबर
Indian share market | भारतीय शेयर बाजार में कल जबरदस्त तेजी देखी गई । कल कारोबार बंद होने के वक्त बाजार का हाल निम्न रहा:
Sensex : कल भारतीय शेयर बाजार में कारोबार के बंद होने के बाद सेंसेक्स 1181.3 अंकों की तेजी के साथ 61795.00 अंकों पर बंद हुआ।
Nifty 50 : कल भारतीय शेयर बाजार में कारवार के बंद होने के बाद निफ़्टी फिफ्टी 321.50 अंको की बढ़त के साथ 42137.05 अंकों पर बंद हुआ।
Nifty Bank : कल फाइनेंसियल और बैंकिंग सेक्टर के स्टॉक्स में भी अच्छी तेजी दिखाई दे और यह 533.30अंको की तेजी के साथ 42137.00 अंको पर बंद हुआ।
Nifty small cap 100 : निफ़्टी स्मॉल कैप अपनी तेजी को बरकरार रखते हुए कारोबार बंद होने के समय 36.75अंको की तेजी के साथ 9,705.35 अंको पर बंद हुआ।
Nifty Midcap 100 : निफ़्टी मिडकैप भी अन्य इंडेक्स के साथ कदमताल करता हुआ तेजी की ओर अग्रसर हुआ तथा कारोबार समाप्ति के वक्त निफ्टी मिडकैप भी 5.55 अंको की तेजी के साथ 8,680.60 अंको पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में आई तेजी के अन्य कारण
अन्य कारणों के साथ-साथ शेयर मार्केट इंडिया | Share Market India में आई जबरदस्त तेजी का एक मुख्य कारण विदेशी संस्थागत निवेशकों यानी एफआईआई द्वारा सेंसेक्स शेयर मार्केट में जबरदस्त खरीदारी भी रही। शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 3968 करोड़ रुपए की शेयरों की खरीदारी की, वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए में भी अच्छे मजबूती देखने को मिली और भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 62 पैसे एक दिन में मजबूत हुआ और यह ₹80 78 पैसे पर बंद हुआ। रुपए में डॉलर के मुकाबले यह 4 साल में सप्ताहिक आधार पर सबसे बड़ी तेजी है। इसका मुख्य कारण डालर सूचनांक में गिरावट, विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा घरेलू बाजार में निवेश आदि है। अमेरिका में महंगाई के आए नरम आंकड़ों ने भी घरेलू बाजार में जोश भर दिया। वही इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड का भाव 2.37% बढ़कर 95 पॉइंट 8 9 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। वही दूसरी तरफ एक्सपर्ट का यह मानना है कि महंगाई में आ रही कमी के कारण अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में हो रही वृद्धि की रफ्तार को अब धीमा कर सकता है।
भारत में भी खुदरा महंगाई दर में आ सकती है गिरावट
पिछले काफी समय से विश्व के कई देश के केंद्रीय बैंक महंगाई को बढ़ने से रोकने के लिए बैंकों की रेपो दर मैं बढ़ोतरी कर रहे थे। इसका असर अब दिखाई देने लगा है और अब महंगाई में गिरावट दिखाई देने लगी है। अमेरिका में सितंबर में महंगाई की दर 8.2% थी, जबकि अब अक्टूबर में महंगाई की दर से 7.77% रह गई है। भारत में भी एक सर्वे में बताया गया है की 14 नवंबर को आने वाले महंगाई के आंकड़े 7% से भी नीचे रह सकते हैं जोकि इससे पूर्व मास सितंबर में 7.41% थी। वही भारत में विगत 1 महीने में खाने-पीने के ज्यादातर सामानों की कीमतें स्थिर रही है। चना की दाल का भाव 74 रू से घटकर 73.19 ₹ प्रति किलो हो गया है। वही चावल का भाव 38.06 प्रति किलो से घटकर गत शुक्रवार को ₹38.01 रह गया था । मूंग की दाल का भाव भी ₹103.49 से घटकर 103.19 रुपए प्रति किलो रह गए थे। वहीं पर वनस्पति तेल का भाव है 147.69 रू से घटकर 145.14 रुपए, सोया तेल का भाव भी 169 पॉइंट 97 रुपए से घटकर 169.97 रुपए प्रति किलो तथा पाम तेल का भाव भी 119.23 रुपए से घटकर 117.38 रुपए प्रति किलो रह गया है।
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