खुदरा महंगाई के काबू में आने से सेंसेक्स मार्केट शेयर बाजार ने नई ऊंचाइयों को छुआ | khudra mahangai ke kabu mein aane se sensex market share bajar ne nai unchaiyon ko chhua

भारत में खुदरा महंगाई अक्टूबर में घटकर 6.08% तक रह जाने से सेंसेक्स शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है और आज सेंसेक्स मार्केट शेयर बाजार में कारोबार की समाप्ति पर सेंसेक्स 184.54 अंक बढ़कर अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया और यह 63,284.10 अंको पर बंद हुआ।  निफ़्टी फिफ्टी भी सेंसेक्स के साथ ही कदमताल करते हुए 18,822.5 अंको पर बंद हुआ और इसमें 54.15अंको की बढ़ोतरी दर्ज की गई। निफ्टी का भी यह  ऐतिहासिक स्तर है। 





महंगाई के काबू में आने से सेंसेक्स मार्केट शेयर बाजार अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा


भारत में खुदरा महंगाई अक्टूबर में घटकर 6.08% तक रह जाने से सेंसेक्स शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखी गई, जबकि इससे पहले के माह सितंबर में खुदरा महंगाई दर 6.49% थी। आगे भी भारत में खुदरा महंगाई दर में और कमी आने की उम्मीद कायम है। खुदरा महंगाई में कमी होने से खाने पीने का सामान के भाव में कमी दर्ज की गई। इस माह सब्जियों व फलों के दाम में भी कुछ कमी दर्ज की गई, जिससे आम जनता को राहत मिली है।


कृषि और सेवा क्षेत्र ने बढ़ाई भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार




अपने विशाल मध्यमवर्ग भारत सरकार की तरफ से किए जा रहे विभिन्न आर्थिक सुधार मजबूत आर्थिक बुनियाद और देश में कारोबारी गतिविधियों में तेजी के दम पर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भी भारत दुनिया की सबसे तीव्र गति से विकास करने वाली तथा द्रुतगति से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना हुआ है। इसके कारण तमाम वैश्विक निवेशको का भारत पर भरोसा बढ़ रहा है तथा देश विदेशी निवेश आकर्षित करने में भी सफल हो रहा है। देश में भारी मात्रा में विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा स्टॉक मार्केट में अपनी पूंजी का निवेश किया जा रहा है।

 भारत में कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर वर्तमान वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में 4.6% रही है, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह वृद्धि 3.2% थी। भारत एक कृषि प्रधान देश है तथा अच्छी कृषि होने से सभी सेक्टर पर पॉजिटिव प्रभाव पड़ता है। इसके अतिरिक्त व्यापार, परिवहन, सेवा क्षेत्र, संचार और सेवाओं की वृद्धि दर में भी उल्लेखनीय 4.7 परसेंट दर्ज की गई, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की समान तिमाही में यह दर 9.6% थी। 





भारत के वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने अपने एक बयान में कहा कि भारत देश में महंगाई से निबटने में सफल होगा उन्होंने बताया की भारतीय रिजर्व बैंक के संकेत महंगाई को नीचे आने की तरफ बता रहे हैं तथा वर्ष 2023 के मध्य तक भारत में महंगाई दर के और नीचे आने की पूरी संभावना बनी हुई है।

भारत में इस वर्ष रवि मौसम में गेहूं की रिकॉर्ड बुवाई किसानों द्वारा की गई है जिसके कारण इस वर्ष गेहूं की बंपर फसल होने की उम्मीद सभी को है। ज्ञात रहे कि भारत में मई माह में देश से गेहूं के निर्यात पर पाबंदी लगा दी थी, इसका कारण देश में गेहूं की बढ़ती हुई कीमतों पर लगाम लगाना था। इस साल रिकॉर्ड बुवाई से अच्छी गेहूं की पैदावार होने की संभावना है, जिसके कारण भारत सरकार जल्दी ही गेहूं के निर्यात पर लगी हुई पाबंदियों में ढील देने पर विचार कर सकती है। 

वहीं पर भारत सरकार द्वारा स्टार्टअप को सहयोग देने के कारण कृषि खाद्य स्टार्टअप में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है और कृषि खाद्य क्षेत्र में निवेश दोगुना हो गया है और यह बढ़कर 4.6 अरब डॉलर का हो गया है। कृषि सेक्टर में स्टार्टअप में सबसे ज्यादा पूंजी निवेश ई किराना तथा रेस्त्रां उद्योग में आया है। एग्री फूड टेक स्टार्टअप में पूंजी निवेश पहले वित्तीय वर्ष के मुकाबले 119 परसेंट ज्यादा बड़ा है।



देश की कुछ प्रमुख झलकियां


👉 भारत के प्रमुख औद्योगिक औद्योगिक समूह के अदानी समूह के चेयरमैन श्री गौतम अदानी ने कहा की भारत वर्ष 2050 तक विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। 

👉 भारत पर विदेशी संस्थागत निवेशकों का विश्वास बढ़ता है जा रहा है। भारतीय रुपए में स्थिरता आना, महंगाई में गिरावट आना और भारत सरकार द्वारा किए जा रहे आर्थिक सुधार इसका प्रमुख कारण है। विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा इक्विटी बाजार में जमकर खरीदारी की जा रही है। उनके द्वारा 1 नवंबर से 18 नवंबर के बीच 30350 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है, ज्ञात रहे कि इससे पहले माह सितंबर में 7624 करोड़ रुपए की बिकवाली एफआईआई की तरफ से की गई थी।

👉 देश के ऊर्जा मंत्रालय ने अपने एक बयान में बताया की भारत में बिजली वितरण कंपनियों यानी डिस्कॉम का कुल बकाया पहले 6 महीने में कम हुआ है और यह बकाया 24689 करोड़ रुपए कम होकर 113270 करोड़ पर आ गया है, इसके कारण बिजली वितरण कंपनियों को अच्छा फायदा मिलने की आशा है। बकाए में कमी आने से पावर फाइनेंस कारपोरेशन और आरईसी की सेहत सुधरेगी।

👉 देश के विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है तथा 18 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2.54 अरब डॉलर बढ़कर 547.25 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।

👉 भारत सरकार भी सेंसेक्स मार्केट शेयर बाजार में आई तेजी का भरपूर फायदा उठाने जा रही है तथा 5 कंपनियों में अपने कुछ हिस्सेदारी बेचने की योजना पर काम कर रही है। इन कंपनियों में हिंदुस्तान जिंक, कोल इंडिया, राष्ट्रीय केमिकल एंड फर्टिलाइजर और एक रेल मंत्रालय की कंपनी भी शामिल होने का अनुमान एक्सपोर्ट द्वारा जाहिर किया जा रहा है


today share bajar

स्टॉक मार्केट का बड़े से बड़ा एक्सपर्ट भी शेयर बाजार की भविष्यवाणी 2022 नहीं कर सकता। इस डियर बाजार में कब क्या हो जाए किसी को कुछ पता नहीं होता। वर्तमान में सेंसेक्स शेयर बाजार उस जगह आन पहुंचा है, जब यह किसी भी तरफ हो सकता है। दलाल पथ पर कभी भी कुछ भी हो सकता है। निवेशको को अत्यंत ही सावधान रहने की आवश्यकता है। share market tips | शेयर मार्केट टिप्स के द्वारा हम यह कहना चाहेंगे की निवेशकों को वर्तमान समय में कुछ प्रॉफिट बुक करने में ही समझदारी है तथा आगे निवेश सिप के माध्यम से करना ज्यादा उचित होगा निवेशकों को डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो रखना चाहिए। हैंडसम शेयर बाजार के निवेशकों के लिए mutual fund sahi hai.
स्टॉक मार्केट के निवेशकों को अपनी पूंजी निवेश करने से पहले शेयर बाजार फंडा | Share Market Funda , Stock Market Funda , Fund Ka Funda का अध्ययन जरूर कर लेना चाहिए निवेशकों को निवेश से पहले यह भी पता होना चाहिए की,

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