म्यूचुअल फंड से कमाई | best mutual fund

आज की पोस्ट में हम म्यूच्यूअल फंड से संबंधित निम्न जानकारी | Jankari उपलब्ध करवाएंगे।

👉 म्यूच्यूअल फंड क्या होता है | mutual fund meaning 

👉  म्यूचल फंड प्रकार | types of mutual fund 

👉 म्युचुअल फंड कैलकुलेटर | mutual fund return calculator 

👉 म्यूचुअल फंड में निवेश करके पैसे कमाए | mutual fund investment 

 👉 म्यूचुअल फंड के नुकसान | Loss of mutual fund 

  👉 बेस्ट म्युचुअल फंड | best performance mutual fund 





म्यूचुअल फंड क्या है | म्यूच्यूअल फंड क्या होता है | mutual fund kya hai 


म्यूचुअल फंड को हिंदी में पारस्परिक सामूहिक निधि भी कहते हैं। यह एक विभिन्न निवेशकों द्वारा किया गया सामूहिक निवेश होता है, अनेक निवेशकों के कई समूह मिलकर इस म्यूच्यूअल फंड की धनराशि को विभिन्न प्रतिभूतियों, शेयर मार्केट, कमोडिटी, रियल्ट, स्टॉक मार्केट आदि में निवेश करते हैं। म्युच्युअल फंड्स के फायदे बहुत अधिक हैं , stock market के नये निवेशको के लिए म्युच्युअल फंड फायदे किसी वरदान से कम नही हैं। 


भारत की सबसे पुरानी म्यूच्यूअल फंड कंपनी का नाम यूटीआई एएमसी है

 म्यूच्यूअल फंड का एक मुख्य फंड मैनेजर होता है, जोकि एक से अधिक भी हो सकते हैं। वह निवेशकों द्वारा निवेश किए गए फंड को डिअर बाजार में विभिन्न जगह पर निवेश करता है, और उपरोक्त निवेश से होने वाले लाभ और हानि का हिसाब किताब रखता है। निवेश से हुए फायदे और नुकसान को निवेशकों में उनकी जमा पूंजी के अनुपात में परस्पर बांट दिया जाता है। संक्षेप में कह सकते हैं कि, फंड मैनेजर म्यूच्यूअल फंड की स्कीम की सेहत का रखवाला होता है।

स्टॉक मार्केट की जानकारी ना होने वाले निवेशकों को सर्वोत्तम रास्ता  म्यूच्यूअल फड में निवेश करने का होता है। म्यूच्यूअल फंड हाउस निवेशकों से पूंजी लेकर बाजार में निवेश करती है, इसकी एवज में निवेशकों से वह कुछ शुल्क भी वसूल करती है, जोकि सभी फंड हाउस और स्कीम का अलग-अलग होता है। म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों को यह चिंता नहीं होती की, कब स्टॉक्स खरीदें या बेचे जाएंगे, क्योंकि उपरोक्त दायित्व फंड मैनेजर का होता है। फंड मैनेजर ही निवेशकों की जमा पूंजी की सेहत का  रखरखाव करने वाला मुख्य शख्स होता है। 

निवेशकों को एक अन्य लाभ यह भी होता है कि अत्यंत छोटे निवेशक भी अपने कम धनराशि जैसे ₹100 प्रतिमाह तक निवेश कर सकते हैं। हर म्युचुअल फंड की स्कीम अलग-अलग होती है, निवेशक एक एकमुश्त धनराशि भी निवेश कर सकते हैं और सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान भी ले सकते हैं। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानि सिप के माध्यम से निवेशकों की धनराशि उनके बैंक अकाउंट से कटकर म्युचुअल फंड स्कीम में स्थानांतरित होती रहती है। म्युचुअल फंड निवेशकों की जमा धन राशि पर उनको यूनिट अलॉट करता है। यूनिट की नेट एसेट वैल्यू  एन ए वी (NAV) कहलाती है।


म्यूच्यूअल फंड प्रकार | Types of Mutual Fund

म्यूच्यूअल फंड कई प्रकार के होते हैं। सेबी ने म्यूचुअल फंड को मुख्य तौर पर पांच श्रेणी में बांट दिया है। निवेशक अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो | investment portfolio में अपनी सुविधा और पसंद के अनुसार इनको ले सकते हैं, मगर हमारे अपने विचार से निवेशक को डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो रखना चाहिए, इससे जोखिम की मात्रा कम हो जाती है और म्यूच्यूअल फंड से कमाई की संभावना ज्यादा बन जाती है। म्यूच्यूअल फंड के प्रकार हम नीचे बता रहे हैं:

 इक्विटी फंड | Equity Fund 

डेट फंड | Debt Fund 

बैलेंसड म्युचुअल फंड | Balanced Mutual Fund 

 टैक्स सेविंग म्युचुअल फंड | Elss Fund 

 इंडेक्स फंड | Index Fund 

एक्सचेंज ट्रेडेड फंड | ETF 

हेज फंड | Hedge Fund 

हाइब्रिड फंड | Hybrid Fund 


म्युचुअल फंड कैलकुलेटर | mutual fund return calculator 





म्यूच्यूअल फंड रिटर्न कैलकुलेटर एक स्मार्ट टूल की तरह कार्य करता है,  जिससे हम यह पता लगा सकते हैं की समय के साथ हमारी निवेशित पूंजी पर लाभ कैसे बढ़ता है।

 निवेशक म्यूचुअल फंड में निवेश आमतौर पर 2 तरह से करते हैं, पहला तरीका एकमुश्त धनराशि के माध्यम से निवेश करने का होता है, जबकि दूसरा तरीका सिप के माध्यम से निवेश करने का होता है। म्यूच्यूअल फंड रिटर्न कैलकुलेटर | sip mutual fund calculator के माध्यम से हम किसी भी म्यूच्युअल फंड की स्कीम द्वारा दिए जा रहे रिटर्न को भविष्य में मिलने वाली धनराशि का आकलन कर सकते हैं। हम इससे यह भी देख सकते हैं की एसआईपी निवेश समय के साथ-साथ कैसे बढ़ता जाता है।

 व्यक्ति अपने भविष्य की योजनाओं को सामने रखते हुए जैसे सेवानिवृत्ति योजना, वाहन खरीदना, घर बनाना, बच्चों की पढ़ाई आदि के खर्चों को देखते हुए म्यूच्यूअल फंड एसआईपी कैलकुलेटर | sip mutual fund calculator के माध्यम से भविष्य में जरूरी धनराशि और निवेश की जाने वाली पूंजी का आकलन बड़े ही आसानी से कर सकता है। Mutual fund का एक खतरनाक खिलाड़ी और दमदार खिलाड़ी इस खेल में अच्छा रिटर्न हासिल कर पाता है। वरना कुछ म्यूच्यूअल फंड स्कीम में तो निवेशकों के साथ खेला भी हो सकता है।


म्यूचल फंड से पैसे कैसे कमाए | how to earn money from mutual fund 


शेयर बाजार फंडा | Share Market Funda के म्यूच्यूअल फंड टिप्स अपनाकर म्यूचल फंड से पैसे कमाए जा सकते हैं।

👉 लॉन्ग कर्म नजरिए के साथ निवेश करें।

👉 म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत छोटी  धनराशि से करें।

👉 डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो रखें ।

👉 निवेश से पूर्व अपने फाइनेंशयल एडवाइजर से सलाह लें।

👉 Best performance mutual fund में निवेश करें।

👉 Mutual fund में निवेश से पूर्व रेगुलर प्लान और डायरेक्ट प्लान का मतलब भी समझे।

👉 mutual fund की किसी भी scheme में  निवेश करने से पहले निवेशक को यह ज्ञात होना चाहिए की संबंधित स्कीम में what is mutual fund expence ratio.

👉 हमेशा best mutual fund to invest को देखकर ही इन्वेस्ट करें। नये निवेशको के लिए mutual fund sahi hai in hindi.

👉 SBI Mutual Fund में निवेश से पूर्व हैंडसम शेयर बाजार के निवेशक  sbi mutual fund calculator और equity mutual fund calculator या mutual funds profit caculator से भविष्य में होने वाली लाभ हानि को समझे।


म्युचुअल फंड के नुक्सान | Mutual fund ke nuksan

👉 म्यूचल फंड निवेशक को रिटर्न की गारंटी नहीं देते, जबकि बाजार में कई ऐसे निवेश के अवसर मौजूद हैं जो कि निवेशक को निश्चित रिटर्न देते हैं।

 जैसे : बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट, पोस्ट ऑफिस के फिक्स्ड डिपॉजिट, इंदिरा विकास पत्र, किसान विकास पत्र, बांड आदि ।

👉 कुछ म्यूच्यूअल फंड स्कीम का एक्सपेंस रेशों अत्यधिक है, जिससे निवेशक को कम रिटर्न मिलता है।

👉 कई म्युचुअल फंड एग्जिट लोड लेते हैं, जोकि निवेशक के लिए नुकसान देह साबित होता है।

👉 कई म्युचुअल फंड स्कीम में लॉक इन अवधि होती है, जिसके कारण कई बार निवेशक जरूरत के समय अपनी धनराशि धनराशि नहीं निकाल पाते। 

👉 म्यूच्यूअल फंड रिटर्न पर इनकम टैक्स भी देय होता है।

👉 कई बार निवेशक अनजाने में या गलतफहमी में गलत जानकारी में गलत scheem का चुनाव कर लेते हैं, जिसके कारण उनको नुकसान उठाना पड सकता है।


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